ईश्वर की पहचान ज्ञान के बिना नहीं हो सकती, इसलिए ज्ञान प्राप्त करने को अनिवार्य किया गया है। ज्ञान इंसान की समझ को बढ़ाता है। ज्ञान से इंसान के ज़हन की खिड़कियाँ सुलती हैं। ज्ञान से सोच का दायरा बढ़ता है। ज्ञान के द्वारा इंसान इस योग्य हो जाता है कि वह ज्यादा गहरी हकीकतों को समझ सके, वह दूसरों के अनुभवों से लाभ उठाकर अपना बौद्धिक विकास (intellectual development) कर सके।