इस्लाम में बहुपत्नीवाद की इजाज़त कुछ वक़्ती शर्तों के साथ दी गयी है. सामान्य हालात में इस्लाम में एक ही शादी का उसूल है. इन शर्तों में से एक ये है की जब महिलाएं समाज में सरपलस हो जाएं यानि उनकी जनसँख्या पुरुषों से बहुत अधिक हो जाये और इससे समाज में बुराई फैलने का अंदेशा हो. इसके इलावा बहुत सारे हालात और शर्तें हैं जब एक से ज़्यादा शादियों की इजाज़त हो सकती है, इस किताब में विस्तार से इसी पर चर्चा की गयी है.